Billi Ka Bilanguda Swadhyay Class 9th | बिल्ली का बिलंगुड़ा स्वाध्याय कक्षा ९ वीं
बिल्ली का बिलंगुड़ा स्वाध्याय | Billi Ka Bilanguda Swadhyay
नमस्ते पाठकों,
इस ब्लॉग में ' बिल्ली का बिलंगुड़ा ' इस पाठ का स्वाध्याय दिया गया है । यह पाठ कक्षा ९ वीं का दूसरा पाठ है | 2. Billi Ka Bilanguda Swadhyay Class 9th
(१) सूचनानुसार कृतियाँ कीजिए :-
क) संजाल:
घर में बिल्ली पालने के कारण
१) लेखक के घर में बहुत चूहे हो जाना
२) चूहों को घर से निकालने के बहुतेरे प्रयत्न किए जाने पर भी लेखक के परिवार की एक न चलना
३) मित्रों से किया गया परामर्श
४) बिल्ली पालने के प्रस्ताव पर किसी को आपत्ति न होना
५) पुरानी विचारधारा और परंपरा का घपले में पड़ जाना
ख) कहानी के प्रमुख पात्र:
१) बिल्ली
२) लेखक
३) अमरु
४) थानेदार
(२) उत्तर लिखिए :
* बिल्ली के रवैये में आया परिवर्तन -
१. वह घर के सदस्यों के आगे - पीछे फिरने की बजाय वह रसोई के आसपास कोने में दुबक कर बैठ जाती ।
२. जब मौका लगता, मजे से जो जी में आता खाती ।
(3) स्पष्ट कीजिए :
* घर के सदस्यों का बिल्ली के प्रति व्यवहार
पहले और बाद में -
खान - पहले : बच्चों का रोटी खिलाना
पान - पहले : बच्चों का दूध पिलाना
खान - बाद में : जो जी में आता खा लेना
पान - बाद में : चोरी करके खाना - पीना
पाठ से आगे :
‘प्राणी हमसे कहते हैं, जियो और जीने दो’ इस विषय पर स्वमत प्रकट कीजिए ।
उत्तर: ‘प्राणी हमसे कहते हैं, जियो और जीने दो’ का संदेश हमें सह-अस्तित्व और अहिंसा की शिक्षा देता है। यह हमें याद दिलाता है कि हर जीव का इस धरती पर जीने का हक है। हमें अपने स्वार्थ के कारण किसी भी प्राणी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। इस विचारधारा को अपनाकर हम एक दयालु और संतुलित समाज का निर्माण कर सकते हैं। सभी प्राणियों के प्रति दया और सम्मान दिखाना ही सच्ची मानवता है।
भाषा बिंदु :
शब्द कोश की सहायता से रेखांकित शब्दों के विलोम खोजिए तथा उनसे नए वाक्य लिखिए : -
उत्तर:
१) समझदार × नासमझ
वाक्य: वह बच्चा अभी नासमझ है और किसी भी बात को सही से नहीं समझ पाता ।
२) अल्पभाषी × अतिभाषी
वाक्य: रमेश अतिभाषी है, वह बिना रुके लगातार बोलता रहता है ।
३) पुरानी × नई
वाक्य: मैंने अपनी माँ के लिए एक नई साड़ी खरीदी है ।
४) दुत्कार × सत्कार
वाक्य: गाँव वालों ने मेहमानों का दिल से सत्कार किया ।
५) समर्थन × विरोध
वाक्य: किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया ।
६) दुर्लभ × सुलभ
वाक्य: यहाँ पर इंटरनेट की सुविधा बहुत सुलभ है ।
७) तटस्थ × शामिल
वाक्य: मैं इस बार की विज्ञान प्रतियोगिता में शामिल हो रहा हूँ ।
८) भौतिक × पारलौकिक
वाक्य: उस मंदिर में कई लोग पारलौकिक अनुभवों की बात करते हैं ।
९) शुष्क × हरा - भरा
वाक्य: बारिश के बाद बगीचा हरा-भरा दिखने लगा ।
१०) अपव्यय × मितव्यय
वाक्य: वह व्यक्ति बहुत मितव्ययी है और फिजूलखर्ची नहीं करता ।
लेखनीय :
आपका पालतू कुत्ता दो दिनों से लापता है । उसके लिए समाचारपत्र में देने हेतु विज्ञापन तैयार कीजिए ।
लापता कुत्ता
हमारा पालतू कुत्ता दो दिनों से लापता है । कृपया उसकी खोज में हमारी मदद करें ।
रंग: भूरा और सफेद
नस्ल: लैब्राडोर
विशेष पहचान: गले में काला पट्टा
इनाम: कुत्ते को खोजने वाले को उचित इनाम दिया जाएगा।
🙏 कृपया यदि आपको यह कुत्ता कहीं दिखाई दे, तो तुरंत संपर्क करें 🙏
संपर्क:
• नाम: रमेश कुमार • पता: 123, गांधी नगर, नई दिल्ली ।
आपकी मदद से हमारा प्रिय कुत्ता घर वापस आ सकता है ।
धन्यवाद!
मौलिक सृजन :
अपने परिसर में लावारिस जानवरों की बढ़ती संख्या एवं उनसे हाेने वाली परेशानियों के बारे में संबंधित अधिकारी को पत्र लिखकर सूचना दीजिए ।
३० जून, २०२४
सेवा में,
माननीय विभाग अधिकारी
बृहन्मुंबई महानगर पालिका,
महापालिका मार्ग, मुंबई ।
Mahanagarpalika@gmail.com
विषय: परिसर में लावारिस जानवरों की बढ़ती संख्या एवं उनसे होने वाली परेशानियों के बारे में सूचना ।
मा. महोदय,
मेरा नाम सुजाता है । मैं माहिम की निवासी हूँ ।
हमारे परिसर में पिछले कुछ समय से लावारिस जानवरों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो गई है । विशेष रूप से, कुत्तों और गायों का झुंड परिसर में घूमता रहता है । जिससे हमें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । लावारिस कुत्तों के झुंड के कारण परिसर में बच्चों और बुजुर्गों को आने - जाने में डर लगा रहता है । कई बार कुत्तों ने लोगों पर हमला भी किया है । दिन - रात वे भौंकते रहते हैं और आपस में लड़ते भी रहते है । गायों के कारण वाहनों को भी नुकसान पहुँच रहा है । परिसर में गंदगी भी बढ़ रही है, जिससे बीमारियाँ फैलने का खतरा है ।
मैं आशा करती हूँ कि आप इस समस्या का शीघ्र समाधान करेंगे, ताकि परिसर में रहने वाले सभी निवासी सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन जी सकें ।
धन्यवाद ।
भवदीया,
सुजाता यादव
संत कबीर नगर,
माहिम - पूर्व, मुंबई ।
Sujata@gmail.com
• Blog: Mrsuryawanshi.com
• YouTube: Mr. Suryawanshi
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